मन
अगर फट जाता है कभी,
लाख कोशिश करो
जोड़े नही जुड़ता.
अगर फट जाता है कभी,
लाख कोशिश करो
जोड़े नही जुड़ता.
बस
तैरती रहती हैं पुरानी यादें
निचले तल से
ऊपरी सतह तक .
तैरती रहती हैं पुरानी यादें
निचले तल से
ऊपरी सतह तक .
दूध जैसा मन भी
एक बार फटा-
तो बस फट गया- सदा के लिए.
-पूर्णिमा शर्मा
एक बार फटा-
तो बस फट गया- सदा के लिए.
-पूर्णिमा शर्मा